शुक्रवार, 20 मई 2022

तुलसी की पत्ती के फायदे- Benefits of basil leaves

तुलसी के पत्ते करे अचूक फायदे तुलसी की पत्तियों को इंग्लिश में Basil leaves कहा जाता है।
ये जानकर आपको गर्व होगा कि पवित्र तुलसी पूर्णतः भारतीय पौधा है, इसकी उत्पत्ति भारत में ही हुई है। भारत से ही तुलसी की ये प्रजाति (Holy Basil) दुनिया भर में फैली है। *तुलसी की पत्ती के फायदे* सुबह के समय खाली पेट तुलसी पत्ती खाने के फायदे इस प्रकार हैं :- • एंटीओक्सिडेंट से भरपूर तुलसी शरीर को स्वस्थ रखे • शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत को बढ़ाये • यौन शक्ति और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बढ़ाये • दिमागी परेशानियों जैसे तनाव, निराशा, अवसाद कम करे और मूड ठीक करे • शरीर का स्टैमिना यानि दमख़म बढ़ाये • सर्दी-जुकाम, खांसी जैसे मौसमी रोगों को ठीक करे • पाचन तन्त्र ठीक करे और मेटाबोलिज्म तेज करे • बढती उम्र के असर कम करे • एयर ट्रेवल से होने वाले जेट लैग से राहत • तुलसी तंत्रिका तन्त्र को मजबूत करता है *तुलसी के पत्तों का सेवन कैसे करना चाहिए?* तुलसी के 3-4 पत्ते चाय में मिलाकर पीना या तुलसी के पत्ते उबालकर पीना तुलसी सेवन का आसान तरीका है। एक (Adult) व्यस्क व्यक्ति 1 दिन में 1,100mg से 5,500mg तुलसी का प्रयोग कर सकता है, मतलब 1-1.5 चम्मच तुलसी का रस लेना पर्याप्त है। भारत में मुख्यतः हरी और काली तुलसी सबसे ज्यादा प्रयोग होती है। पूजा में प्रयोग होने वाली इस हरी तुलसी को Holy Basil कहा जाता है। भारतीय तुलसी की पत्तियां छोटी होती हैं और स्वाद तेज होता है। भारत में 5,000 सालों से तुलसी के फायदे का प्रयोग कई बीमारियों के इलाज में होता रहा है। आयुर्वेद में तुलसी को Queen of herbs यानि सभी जड़ी-बूटियों की रानी कहा गया है। कहा गया है कि तुलसी के पत्ते बहुत चबाकर नहीं खाना चाहिए बल्कि दांतों से थोड़ा कूचकर निगल लेना चाहिए, इससे ज्यादा फायदा होता है। आयुर्वेद का महत्वपूर्ण ग्रन्थ चरक संहिता 1,000 ईसा पूर्व लिखा गया था। उस चरक संहिता में तुलसी को अतुलनीय कहा गया है। मतलब तुलसी के गुण अद्भुत हैं और इसकी किसी से तुलना नहीं की जा सकती। इसे आध्यात्मिक उन्नति में सहायक कहा गया। 1)तुलसी की पत्तियाँ बुखार, जुकाम, सर्दी लगना, बलगम आना, खांसी, सिरदर्द, अस्थमा, पेट के कीड़े के लिए रामबाण इलाज माना जाता है। इसके अलावा ये हार्ट रोग, गठिया, पेट की एसिडिटी, आंख के रोग, कानदर्द, अनिद्रा, टीबी में भी फायदेमंद हैं। *तुलसी का बीज खाने से क्या फायदा*? 2) तुलसी के बीज यौन रोग (Sex problems) के इलाज में अच्छा असर करती हैं। इसके लिए 5 ग्राम तुलसी के बीज (Tulsi seeds) रात को हल्के गर्म दूध के साथ लें। यह उपाय नपुंसकता, शीघ्रपतन ठीक करके और स्टैमिना बढ़ाता है। 3) तुलसी में विटामिन A, विटामिन C, जिंक, आयरन, कैल्शियम, क्लोरोफिल व खनिज तत्व पाए जाते हैं। *तुलसी की पत्ती दिमाग के लिए* 1) आजकल तुलसी के Adaptogen गुण का बहुत प्रचार हो रहा है. आप जानते हैं कि मानसिक समस्यायें (Mental problems) हमारे जीवन का हिस्सा बन गयी हैं. लगभग हर कोई किसी न किसी तरह की टेंशन से ग्रस्त है. तुलसी के Adaptogen इससे राहत पाने का बेहतरीन इलाज हैं. तुलसी के पूरे पौधे में Adaptogen पाए जाते है. ये एडाप्टोजन दिमाग को स्ट्रेस से राहत दिलाते है और दिमागी बैलेंस बनाते हैं. तुलसी इमोशनल, शारीरिक, इन्फेक्शन और केमिकल से होने वाले तनाव से मुक्ति दिलाने में सक्षम है. 2) तुलसी सत्व के रोजाना सेवन से लोगों ने खुद में स्ट्रेस, उलझन, बेचैनी और निराशा कम होना महसूस किया। 3) तुलसी (Basil leaf) दिमाग को डिप्रेशन, तनाव और घबराहट से राहत दिलाती है। तुलसी दिमाग के ऐसे न्यूरोट्रांसमीटर्स को एक्टिव करती है जोकि दिमाग में ख़ुशी और नई उर्जा के हार्मोन को एक्टिवेट करता है। 4) साइंटिस्ट ने देखा कि तुलसी की पत्तियों से बना Extract (सत्व) Anti-depressant और Diazepam दवाइयों के बराबर असर करने में कामयाब है वो भी बिना साइड-इफ़ेक्ट के। तुलसी की पत्तियाँ (Basil leaves), तुलसी के बीज, तुलसी का तेल ये तीन चीजें मुख्यतः उपचार में प्रयोग की जाती हैं. • तुलसी के ताजे फूल ब्रोंकाइटिस के इलाज में • तुलसी की पत्तियों और तुलसी बीज को काली मिर्च के साथ मलेरिया के इलाज में • तुलसी डायरिया, उलटी या जी मिचलाना के उपचार में • कीड़े-मकोड़े काटने पर तुलसी का तेल लगाने से राहत मिलती है.

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